साबरमती नदी के तट पर स्थित, साबरमती आश्रम भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह 1917 से 1930 तक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का निवास स्थान था।
इस्लामी वास्तुकला की उत्कृष्ट कृति, जामा मस्जिद अहमदाबाद के सबसे प्रतिष्ठित स्थलों में से एक है। 1424 में सुल्तान अहमद शाह ने इस मस्जिद का निर्माण कराया था।
गुजरात की वास्तुशिल्प प्रतिभा का एक प्रमाण, अडालज बावड़ी 15वीं शताब्दी की पांच मंजिला बावड़ी है। इसकी जटिल नक्काशीदार दीवारें और खंभे बीते युग की कहानियां बताते हैं।
अहमदाबाद की जीवंत संस्कृति और व्यंजनों का स्वाद लेने के लिए, लॉ गार्डन मार्केट की ओर जाएँ। यहां, आपको हस्तशिल्प, वस्त्र और पारंपरिक गुजराती पोशाक की एक रंगीन श्रृंखला मिलेगी।
सरखेज रोज़ा एक वास्तुशिल्प चमत्कार है जो हिंदू और इस्लामी शैलियों के मिश्रण को दर्शाता है। इस परिसर में एक मस्जिद, कब्रें शामिल हैं, जो सभी जटिल नक्काशी से सजाए गए हैं।
अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट के किनारे टहलना एक जरूरी अनुभव है। खूबसूरती से विकसित यह सैरगाह नदी के सुंदर दृश्य, हरे-भरे बगीचे और मनोरंजक सुविधाएं प्रदान करता है।